यह थे सीता माता के श्राप सीता माता के इन श्रापों की वजह से इन चारों को मिला श्राप आज भी भुगतना पड़ रहा है, आज भी फाल्गु नदी हमेशा सुखी हुई रहती है, चाहे उसमें कितना भी पानी आ जाए यहां तक कि बाढ़ भी,और कौआ अपना पेट भरने के लिए झुण्ड में खाना खाता है और उसकी आकस्मिक मौत ही होती है, पंडितों को कितना भी दान मिले लेकिन उसके लिए कम ही होता है और गाय पूजनीय होकर भी हर घर का जूठा खाना खाती है।